इश्क़ ये कहां छुपता ,
बरसता लेकिन फिर भी तुजसे रूठता।
रास्ता मत नापो इस दिलका,
इश्क़ तो पानी है जो रास्ता निकाल ही लेता है।
~’तरंगी’
!!इश्क!!
इश्क़ ये कहां छुपता ,
बरसता लेकिन फिर भी तुजसे रूठता।
रास्ता मत नापो इस दिलका,
इश्क़ तो पानी है जो रास्ता निकाल ही लेता है।
~’तरंगी’
!!इश्क!!
Classic..!! Jabardast લખ્યું